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कटियो टा नैं मोॅन लगै छै / कस्तूरी झा 'कोकिल'

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कटियो टा नैं मोॅन लगै छै जिनगी केनोॅ कटियौ जी?
अंतहीन बिछुड़न कॅे खाई बोलोॅ केनॉ पाटियै जी?
कष्ट निवारण होल्हों तोरेॅ
ईते नीकेॅ लागै छै।
मतुर अकेला बेरथ जीवन
उठी-उठी के भागै छै।
तोरॅ जादू अद्भुत छेलै आबॅे केनाँ सटियै जी?
कटियों टा नेॅ मोनॅ लागै छै, जिनगी केनाँ काटियै जी?
दिलदिमाग बौखे छै हरदम,
आँखी लोर चुआबै छै।
सूनापन केॅ एहे हाल छै,
कुच्छो कहाँ सुहाबे छै।
तोहीं बताबेॅ गिरले आँसू हम्में केनाँ चाटियै जी?
कटियो टानैं मोॅन लगैछै जिनगी केनाँ काटियै जी?
अंतहीन बिछुड़न केॅ बाई बोलेलॅ केनाँ पाटियै जी?

10/04/15 अपराह्न पाँच बजे