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कथी बिनु आहे ब्राह्मण मुहमा मलीन भेल / मैथिली लोकगीत

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कथी बिनु आहे ब्राह्मण मुहमा मलीन भेल
कथी बिनु चेहरा उदास, यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
खाय लीय आहे ब्राह्मण पाकल बीड़ा पनमा
पहीरि लीअ पीअर जनउ, यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
गामक पछिम ब्राह्मण ठूठ एक पाकड़ि
भोर होइतहि दूध देब ढ़ारि, यो अहाँ ब्राह्मण बाबू