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कथी लए भेलै अगहन सखि हे / मैथिली लोकगीत

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कथी लए भेलै अगहन सखि हे, धीया लए भेलै जीवकाल
आमां के कानबे गंगा बहि गेल, बाबा के कानबे हिलोर
भइया के कानबे जोड़ा धोती भीजल, भउजो के नयन ने नोर
मनहि विचारथि छोटका भइया, हमहुँ बहीनि संग जायब