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कदी मोड़ मुहाराँ / बुल्ले शाह

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कदी मोड़ मुहाराँ ढोलेआ।
तेरीआँ वाटाँ तों सिर घोलेआ।

मैं न्हाती धोती रह गई,
कोई गन्ढ माही दिल बह गई।

कोई सुखन<ref>बोल</ref> अवल्ला बोलेआ।
कदी मोड़ मुहाराँ ढोलेआ।

बुल्ला सहु कदी घर आवसी,
मेरी बलदी भा<ref>आग</ref> बुझावसी।

जीहदे दुःखाँ ने मुँह खोलेआ,
कदी मोड़ मुहाराँ ढोलेआ।

कदी मोड़ मुहाराँ ढोलेआ,
तेरीआँ वाटाँ तों सिर घोलेआ।

शब्दार्थ
<references/>