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कपड़े / सरोज कुमार
Kavita Kosh से
वह कुर्ता
अच्छा नहीं लगता था मुझे
लेता रहा मैं उसे
घरू उपयोग में!
एक दिन मिश्रा आया था,
कुर्ते को देखकर
तारीफ में पूछता रहा-
कब लिया, कहाँ से लिया
कितने में लिया!
वह कुर्ता मुझे
आज भी अच्छा नहीं लगता है
पर इन दिनों
बाहर खूब पहनता हूँ!
कपड़े
अपने लिए कौन पहनता है!