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कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल / बुल्ले शाह

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कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल?
तेल तिलाँ दे लड्डू ने,
जलेबी पकड़ मँगाई।
डरदे नट्ठे कन्द शकर तों,
मिशरी नाल लड़ाई।
काँ लगड़ नूँ मारन लग्गे,
गद्दों दी गल्ल लाल।
कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल?

हो फरिआदी लक्ख पतिआँ ने,
लूण ते दस्तक लाई।
गुलगलिआँ मनसूबा बद्धा,
पापड़ चोट चलाई।
भेडाँ मार पलंघ खपाए,
गुरगाँ<ref>भेड़िए</ref> बुरा अहवाल<ref>हालत</ref>।
कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल?

गुड़ दे लड्डू गुस्से हो के,
पेड़िआँ ते फरेआदी।
बरफी नूँ कहे दाल चने दी,
तूँ हैं मेरी बादी।
चढ़ सहे शहनेआँ ते नच्चण,
लग्गे वड्डी पई धमाल।
कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल?

शक्कर खंड कहे मिशरी नूँ
मेरी वेख सफाई।
चिड़वे चने एह करन लग्गे,
बदाने नाल लड़ाई।
चूहिआँ कन्न बिल्ली दे कुतरे,
हो हो के खुशहाल।
कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल?

बुल्ला सहु हुण क्या बतावे,
जो दिसे सो लड़दा।
लत्त बलत्ती गुत्त बगुत्ती,
कोई नहीं हत्थ फड़दा।
वेक्खो केही कयामत आई,
आया खर दजाल।
कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल?

शब्दार्थ
<references/>