भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कम सुनने के फ़ायदे / सुरेश सलिल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

 — मैं किसी को प्यार-व्यार नहीं करता...
उसने हाथ नचाते हुए बड़ी ही बेपरवाही से कहा,
लेकिन मुझे सुनाई यह दिया
कि वह किसी को बेतहाशा प्यार करता है,
जिसका ज़िक्र तक
किसी के सामने आने देना नहीं चाहता

कम सुनने के यही फ़ायदे हैं ।
कि कभी-कभी
कुछ अच्छी बातें सुन ली जा सकती हैं ।