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करते हैं पर काम नहीं करते हैं / रामश्याम 'हसीन'
Kavita Kosh से
करते हैं पर काम नहीं होते हैं सब
करके भी बदनाम नहीं होते हैं सब
दशरथ भी सब बाप नहीं बन पाते हैं
बेटे भी अब राम नहीं होते हैं सब
पाँव बढ़ाना थोड़ा सोच-समझकर ही
रस्ते भी अब आम नहीं होते हैं सब
दोष लगाना है बेहद आसान मगर
साबित तो इल्ज़ाम नहीं होते हैं सब
लाखों में से एक हुआ करते हैं वे
गाँधी जैसे नाम नहीं होते हैं सब