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करसा बोल : मजूरा बोल / हरीश भादानी

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करसा बोल: हाळी बोल !
मजूरा बोल !
धरती थारी
थूं बीजै है
थूं सींचै है
निपज्यौड़ौ धन
थारो ही है
आ बा सगळी थारी कमज्या
थूं धणियाप जतातौ बौल
भल-भल
 थूं धणियाप जतातौ बोल
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !
कुंण आया हा
किंया लगाई
मन रै आडी
कूंण बांधग्या
दो हाथां नै
थूं बा सांकळ खूंटी खोल
तड़-तड़ सांकळ खूंटी खोल
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !
सैराती नै
बरसां ताई
आंख उडीकी
छां छींपण नीं आयौ कोई
छोड़़ उडीक
भुजा भरौसै बोल !
जीवट भुजा भरोसै बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल!
पौ फाटै संू
सूंई सिंझ्या
खेती खड़तौ
लूआं पीती
तकली माथै
सूतो साध्यां
खाट-खटुली
मूंज मांडतौ
माटी खूंद
माटी खूंद खूँदतौ बोल!
चाक फेरतौ
घड़िया घड़ितौ घड़तौ बोल !
सिस्टी रचतौ
परजापत - सौ बोल
आडी-तिरछी
लीक मांडतौ बोल
गैरी-फीकी गेरू रंगतौ बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !
लै चिणियोड़ौ
लादो-भारो
मगरां छाटी
कदैक माथै
ल खारटियौ
सींवां माथै सींव नापतौ
सैरां मांड पगलिया बोल !
गांव रा थंभ
थंभै सरसौ बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !
चूलै-आंगण
आंख काळजै
खेतां धोरां
आंध्यां लूआं
धणी बाजली
कमज्या सुपना
जीव खायगी
कीं तौ करड़ी
आंख देखतौ बोल !
ऊभ, नुंवै उणियारा सामै बोल
था रै सिरसा
ए उणियारा
क’ ऊभी आडयां
ओळखतौ बोल !
उत्तर पड़ू तर दैंतौ बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !
पूरब री किरतां
भरम कतरगी
फांटीजी पंगतां जुड़गी
मिलग्या मजूरा-करसा
पाड़ां री मोच निकाळी
माटी रा पांणी बोल !
पाटां रै परियां
थूं हबोळ खांतौ बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !
थूं बूझां री
बूंठ बाळतौ बोल !
बळया काळजा
ठार ठारतौ बोल !
थूं गांवां रा
पगल्या होंतौ बोल !
थूं गांवां रा
पगल्या दैंतौ बोल !
गण सूं मोटो
गण-गण गुणतौ बोल !
करसा बोल ! हाळी बोल !
मजूरा बोल !