करे है बादा, तेरे लब से / ग़ालिब
करे है बादा<ref>शराब</ref>, तेरे लब से, कसब-ए-रंग-ए-फ़ुरोग़<ref>मनमोहक रंग लेना</ref>
ख़त-ए-प्याला<ref>प्याले के काँच में दरार</ref> सरासर निगाह-ए-गुल-चीं<ref>फूल तोड़ने वाले की नज़र</ref> है
कभी तो इस दिल-ए-शोरीदा<ref>उन्मत्त दिल</ref> की भी दाद<ref>तारीफ</ref> मिले
कि एक उ़मर से हसरत-परसत-ए-बालीं<ref>तकिए का इच्छुक</ref> है
बजा<ref>मंज़ूर</ref> है गर न सुने नाला-ए-बुलबुल-ए-ज़ार<ref>बुलबुल के रोने का गीत</ref>
कि गोश-ए-गुल<ref>गुलाब का कान</ref> नम-ए-शबनम<ref>ओस से भीगा हुआ</ref> से पम्बा-आगीं<ref>रुई का फोहा</ref> है
'असद' है नज़अ़<ref>मौत की वेदना</ref> में चल बे-वफ़ा बरा-ए-ख़ुदा<ref>भगवान के लिए</ref>
मक़ाम-ए-तरक-ए-हिज़ाब-ओ-विदा-ए-तमकीं<ref>संकोच को त्याग के गरिमा को अलविदा कहने का वक़्त</ref> है