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करै तो कोई कांई करै भायला / सांवर दइया
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करै तो कोई कांई करै भायला
आ सदी मिजळी मरै भायला
हया-दया कीं कोनी अठै देख लै
सीधा-छाती पर पग धरै भायला
तूं राजी रह म्हांनै जग सूं कांईं
थारै बिना कोनी सरै भायला
ई हवा रो कोनी पतियारो अबै
सांस लेवता ई डरै भायला
सांमै आयां ई पार का बीं पार
अबै ऐ पग पाछा क्यूं धरै भायला