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कर्तव्यों पर अधिकार टिका / कैलाश झा 'किंकर'
Kavita Kosh से
कर्तव्यों पर अधिकार टिका।
स्नेही पर मेरा प्यार टिका॥
ख़बरें मेरी छपतीं कैसे
विज्ञापन पर अख़बार टिका।
महफ़ूज़ रहेगा घर मेरा
जबतक घर का आधार टिका।
विश्वास बनाए रखता हूँ
विश्वासों पर संसार टिका।
मेरी शुभता के लक्षण पर
सुख-वैभव का भंडार टिका।
वेतन मत रोके सरकारें
वेतन पर ही बाज़ार टिका।