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कलाकृति / नरेश चंद्रकर
Kavita Kosh से
बंजारिन के हाथ से बने कपड़े के झोले
काज जड़े हुए
रंगीन सूत में गुंथे
सुन्दर,
बड़े,
और कंधों पर सजने वाले झोले
चित्त भेदती यह कैसी दुष्कर कला
खरीदते हुए
दिखें बार-बार झोले के साथ-साथ
कटी-फटी गहरे चीरे लगी
कलाकार की उंगलियाँ!!