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कळै रो मूळ / ओम पुरोहित ‘कागद’
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कोई कैवै
मून राखो
एक मून सो बातां रो
एक जवाब है
कोई कैवै
मून तोड़ो
मून ई कळै रो मूळ है
अब थे ई बताओ
करां काईं?