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कवने भुवन से सुग्गा एक अइले / भोजपुरी

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कवने भुवन से सुग्गा एक अइले, न री दइयो,
बइठी हो गइले आमवा घोवादे।।१।।
पूरुबे भुवन से सुग्गा एक अइले, न री दइयो,
बइठी हो गइले आमवा घोवादे।।१।।
पूरुबे भुवन से सुग्गा एक अइले, न री दइयो,
बइठी हो गइले आमवा घोवादे।।२।।
गोर तही लागिले लउरा देवरवा, न री दइयो,
रची एक सुगना बझाउ।।३।।
सुगना बझउनी भउजी किया देबू दाने, न री भउजी,
हमरा के किया देबू दाने।।४।।
सुगना बझवना देवरा हाथो के मुनरवा, न रे देवरा,
अवरो गजमुखता के हारे।।५।।
आगी तो लगइबों भउजी हाथे के मुनरवा, न रही भउजी,
समुन्द्र दहअइबइ तोरे हारे।।६।।
तोहरे खोएछवा भउजी दुइ थान नरियर, न री भउजी,
दुगुड़ा में एगुडत्रा हमारे।।७।।
अइसन बोली जन बोलिहे देवरवा, न रे देवरा,
सुनि हो पइहें तोहरो जेठ भइया।।८।।
जाहूँ तूहूँ भउजी री लइया लगइबू, ना री भउजी,
भइया हो आगे करबों लड़कइयाँ।।९।।