भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कविता-2 / भरत ओला

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


यह सही है कि
कविता
मुंह में ग्रास नही देती
और न ही
करती है लक्ष्मी की बरसात

मगर हां
कविता
भूख से लड़ना सिखाती है
रोटी का अर्थ बताती है।