कविता कोश NGO
कविता कोश शुरु से ही विकिपीडिया की तर्ज पर चला है। इसी को आगे बढ़ाते हुए एक संस्था का गठन किया जा रहा है जो कविता कोश की देख-रेख करेगी।
विकिपीडिया नाम के प्रोजेक्ट को विकिमीडिया फ़ाउंडेशन नामक एक संस्था चलाती है। यह फ़ाउंडेशन विकिपीडिया की स्वामी भी है। विकिपीडिया को चलाने के लिए करीब 30 लोगों का स्टाफ़ है जिसे फ़ाउंडेशन की ओर से वेतन दिया जाता है। बाकि विश्व भर से सभी लोग स्वैच्छिक योगदान देकर विकिपीडिया में सामग्री जोड़ते हैं।
- विकिपीडिया संस्थापक: जिमी वेल्स
- कविता कोश संस्थापक: ललित कुमार
- विकिपीडिया का स्वामित्व: विकिमीडिया फ़ाउंडेशन
- कविता कोश का स्वामित्व: NGO
- विकिपीडिया का कोर और वैतनिक स्टाफ़: 30 लोग
- कविता कोश का कोर और वैतनिक स्टाफ़: 2 लोग (प्रस्तावित)
- विकिपीडिया की सामग्री का स्रोत: स्वयंसेवकों द्वारा स्वैच्छिक योगदान
- कविता कोश की सामग्री का स्रोत: स्वयंसेवकों द्वारा स्वैच्छिक योगदान
- विकिपीडिया में विशेषाधिकार प्राप्त स्वयंसेवक: सिसओप्स
- कविता कोश में विशेषाधिकार प्राप्त स्वयंसेवक: कार्यकारिणी के सदस्य
- विकिपीडिया में विशेषाधिकार प्राप्त स्वयंसेवक को सम्मान: कोई नहीं
- कविता कोश में विशेषाधिकार प्राप्त स्वयंसेवक को सम्मान: कार्यकारिणी के सदस्यों के नाम और चित्र एक पन्नें पर दिखाए जाते हैं जिसका लिंक कोश के सभी पन्नों पर होता है
कानूनी तौर पर यह संस्था कविता कोश वेबसाइट की स्वामी होगी। इसमें कम-से-कम सात लोगों की एक गवर्निंग बॉडी होगी जो कविता कोश परियोजना को चलाएगी। गवर्निंग बॉडी कर्मठ और उत्साही युवाओं से मिलकर बनेगी और हर वर्ष इसका मूल्यांकन होगा।
यह संस्था विभिन्न माध्यमों से कविता कोश के लिए धन जुटाएगी और इस धन का प्रयोग कविता कोश की मेनटेनेंस और विकास में किया जाएगा। कविता कोश को जिन तकनीकी संसाधनो (जैसे कि सर्वर, सॉफ़्टवेयर) और तकनीकी सेवाओं (जैसे कि वेबसाइट मेनटेनेंस और विकास) की ज़रूरत पड़ेगी –उन पर व्यय लिए भी इस धन का प्रयोग किया जाएगा।
समय आने पर और ज़रूरी धन उपलब्ध होने की स्थिति में कविता कोश के तकनीकी प्रशासक व संपादक के पद वैतनिक किए जाएंगे। इन पदों पर काम करने वाले व्यक्तियों को मासिक वेतन मिलेगा। वेतनमान अन्य ग़ैर-सरकारी और नॉन-प्रोफ़िट संस्थाओं द्वारा ऐसी ही सेवाओं के लिए दिए जा रहे वेतन के आस-पास होगा। यदि कोई अपना वेतन ना लेना चाहे तो वह व्यक्ति स्वेच्छा से धनराशी वापस कविता कोश को भेंट कर सकता है। बैलेंस शीट में “वेतन दिया गया” और “भेंट ली गई” दोनों को दिखाया जाएगा।
यह संस्था किसी भी अन्य सुगठित संस्था की तरह ही काम करेगी और इसके कार्यों, संसाधनो, आय और व्यय का पूरा ब्यौरा रखा जाएगा। संस्था के आय-व्यय का ऑडिट भारत सरकार के द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा ज़रूरत पड़ने पर अंदरूनी ऑडिट्स भी किए जांएगे। सारा ब्यौरा पारदर्शी रहेगा।
इस संस्था के निर्माण के लिए काग़ज़ात तैयार हो चुके हैं। यह संस्था ललित कुमार द्वारा स्थापित संस्था होगी। यह संस्था केवल कविता कोश को ही नहीं चलाएगी। इस संस्था का कार्य-क्षेत्र भारतीय संस्कृति, शिक्षा और साहित्य है। संस्था द्वारा चलाए जाने वाले अन्य प्रोजेक्ट्स के संसाधन कविता कोश के संसाधनों से बिल्कुल अलग होंगे।
कविता कोश टीम और गवर्निंग बॉडी दो अलग-अलग समूह रहेंगे। एक समूह का सदस्य होने का अर्थ यह नहीं है कि दूसरे समूह में सदस्यता स्वत: ही मिल जाएगी। कविता कोश टीम वेबसाइट के विकास और उसकी साहित्यिक गुणवत्ता बनाए रखने के लिए है। गवर्निंग बॉडी कविता कोश के संसाधन जुटाने और संभालने के लिए है।
अन्य प्रोजेक्ट्स
मैं यहाँ इस बात को स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि कविता कोश के अव्यवसायिक होने का अर्थ यह नहीं है कि मैं अपने बाकी सभी प्रोजेक्ट्स भी अव्यवसायिक रूप से चलाऊंगा। नीचे मैं दो प्रोजेक्ट्स का ज़िक्र कर रहा हूँ जिनके बारे में जनसाधारण को भ्रम हो सकता है। हाल में उठे विवादों के मद्दे-नज़र मैं सब कुछ पहले से स्पष्ट कर देना चाहता हूँ ताकि आइंदा इस बाबत कोई प्रश्न ना उठें।
कविता कोश प्रकाशन
मेरी यह संस्था कविता कोश की तरह अव्यवसायिक नहीं है और इस पर मेरा स्वामित्व है। यह संस्था काव्य के अलावा अन्य विषयों पर पुस्तकें प्रकाशित करेगी। लेकिन मेरा इरादा फ़िलहाल इसे व्यवसाय में बदलने का नहीं है।
गद्यकोश
गद्यकोश मेरी अपनी व्यक्तिगत वेबसाइट है। चाहे मैं ऐसा करूं या ना करूं लेकिन मैं कभी भी इसका व्यवसायिक प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र रहूंगा। अन्य व्यक्ति इससे जुड़कर काम करने या काम ना करने के लिए स्वतंत्र रहेंगे।