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कविता में अर्थ / लवली गोस्वामी
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एक दिन मुझे एक अदम्य जिज्ञासु
तार्किक आदमी मिला
वह हर बीज को फोड़ कर देख रहा था
कि उसके अंदर क्या है?
मैं उसे अंत तक समझा नहीं पाई
कि बीज के अंदर पेड़ होते हैं।