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कसीदा कम्युनिज़्म के लिए / बैर्तोल्त ब्रेष्त / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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यह तर्कसंगत है, हर कोई इसे समझता है । यह आसान है ।
तुम तो शोषक नहीं हो, तुम इसे समझ सकते हो ।
यह तुम्हारे लिए अच्छा है, इसके बारे में जानो ।
बेवकूफ़ इसे बेवकूफ़ी कहते हैं, और गन्दे लोग इसे गन्दा कहते हैं ।
यह गन्दगी के ख़िलाफ़ है और बेवकूफ़ी के ख़िलाफ ।
शोषक इसे अपराध कहते हैं ।
लेकिन हमें पता है :
यह उनके अपराधों का अन्त है ।
यह पागलपन नहीं
पागलपन का अन्त है ।
यह पहेली नहीं है
यह उसका हल है ।
यह वो आसान सी चीज़ है
जिसे हासिल करना मुश्किल है ।
रचनाकाल : 1930-31
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य