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कहने सुनने से ज़रा पास आके बैठ गए / नज़्म तबा तबाई

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कहने सुनने से ज़रा पास आके बैठ गये।

निगाह फेर के त्योरी चढ़ा के बैठ गये॥




निगाहे-यास मेरी काम कर गई अपना।

रुलाके उट्ठे थे वो मुस्करा के बैठ गये॥