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कहाँ आसमाँ के सितारों ने लूटा / शुचि 'भवि'
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कहाँ आसमाँ के सितारों ने लूटा
हमें इन निगाहों के वारों ने लूटा
भरोसा किया है जो यारों पे ऐसा
न फिर मुझ से कहना के यारों ने लूटा
रही उनकी नज़रों से बचकर सदा मैं
मगर फिर भी उनके इशारों ने लूटा
खिज़ां पर लगाया था इलज़ाम लेकिन
मिरा दिल हमेशा बहारों ने लूटा
बहुत कम बनाये हैं 'भवि' यार जिसने
वो कैसे कहे मुझको यारों ने लूटा