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कहाँ चल जी गुलगुला / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
गुलगुला जी, गुलगुला,
कहाँ चला जी गुलगुला?
मैं नानी के घर जाता हूँ,
झटपट-झटपट मैं जाता हूँ।
हटो-हटो जी, छोड़ो रस्ता,
हालत मेरी है खस्ता।
पहुँचूँगा जब नानी के घर,
झट चुम्मी लेंगी माथे पर,
बोलेंगी-आ गुलगुला,
तू है प्यारा पुलपुला!
गुलगुला जी, गुलगुला,
कहाँ चला जी गुलगुला?