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कहाँ है मेरा वतन / इराक्ली ककाबाद्ज़े / राजेश चन्द्र
Kavita Kosh से
कहाँ है
मेरा वतन –
उस बच्चे के आँसुओं में
जिसे विवश किया गया
भागने को,
या कि मुस्कान में
मेरे देश के लहराते झण्डे की ?
अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र
लीजिए, अब इसी कविता का जार्जियाई भाषा से अँग्रेज़ी अनुवाद पढ़िए
Irakli Kakabadze
Where is
My homeland —
In the tears of a child forced to flee,
Or in the smile
Of my country’s rippling flag?.
Translated from Georgian by Mary Childs