भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कहानी / यानिस रित्सोस / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
एक डूब रहे नाविक की टोपी
लहरों में झलक रही थी
अकाल काल में
फेंक दी गई किसी रोटी की तरह
जब लोग भूख से मर रहे हों।
यही युद्ध था।
अंग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय