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कहिया ऊ दिन लौटी ऐतै / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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कहिया ऊ दिन लौटी ऐतै?
एकके ठियां चैत आ फागुन
गेठ जोड़ी केॅ रहतै पाहुन
चैतवरा फागुन केॅ गैतै
कहिया ऊ दिन लौटी ऐतै?
सावन होतै भादो के संग
हरियाली के चोखोॅ टा रंग
इन्द्रधनुष में जाय समैतै
कहिया ऊ दिन लौटी ऐतै?
सोना रं दिन बितलोॅ जाय छै
भरलोॅ-भरलोॅ रितलोॅ जाय छै
की कभियो नै मन सुख पैतै
कहिया ऊ दिन लौटी ऐतै?