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काम देगी नहीं दिल्लगी छोड़ दो / विकास

काम देगी नहीं दिल्लगी छोड़ दो
इस नए दौर में बन्दगी छोड़ दो

कल मिला आइना बोलकर ये गया
यार अपनी कहीं सादगी छोड़ दो

इक नया हो सफ़र हो नई रौशनी
है गुज़ारिश यही तीरगी छोड़ दो

कुछ परेशान हूँ एक दरिया मुझे
मुस्कुरा के कहा तिश्नगी छोड़ दो

आज हालात ऐसे मेरे हो गए
लोग कहने लगे ज़िंदगी छोड़ दो