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कारी त घरिलवा, हीरा-मोती कारी त बेसरिया / भोजपुरी

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कारी त घरिलवा, हीरा-मोती कारी त बेसरिया,
कारी रे करइला दह पनिया जाइस।।१।।
आरे, पानी भरे गइल धनी, ओही पानीघटवा,
गउँवा के ठकुरवा पनीघाट रोके।।२।।
आरे, घाट छोड़ू, बाट छोड़ू, उमका भसुरवा, झीसिए-बुनिया साड़ी मोरे भींजे।।३।।
आरे, भींजे देहु भींजे देहु, उमका बहुरिया, हमरी दुपटवा करु न पलटवा।।४।।
तोहरे दुपटवा तोहरे माथे सोभे, भींजत-भींजत घर चलि जाइब।।५।।
कहाँ गइले, किया भइले, वारी त बिअहुआ, तोहरे अकइत भसुरु परीछे।।६।।
हो होते परात, होते बिहान, धनुखा चढ़ाई जनि मार।।७।।
चकवा के मरले दह होइहें सूने, भइया मरले दहिने बाँह टूटे।।८।।