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कालकूट पी कौन जिया है गली गली में चर्चा है / ऋषभ देव शर्मा

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कालकूट पी कौन जिया है, गली-गली में चर्चा है
चर्चा का मुँह कहाँ सिया है, गली-गली में चर्चा है
 
 
लाठी ने टोपी वालों से, गोली ने कुछ भूखों से
जासूसों का काम लिया है, गली-गली में चर्चा है
 
 
देसी खद्दर के कुर्तों ने , जिनकी मुट्ठी में कुर्सी
झुक कर उन्हें प्रणाम किया है, गली-गली में चर्चा है
 
 
बिजली वाले हर बादल को, पूंजीवादी सूरज ने
नक्सलपंथी नाम दिया है, गली-गली में चर्चा है
 
 
एक मसीहा ने प्यासों के, एक विदुर के हाथों से
पानी एक गिलास पिया है,गली-गली में चर्चा है