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कालाजादू / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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एक दिन
सुग्गा नें
सुग्गी सें कहलकै
पहलेॅ यहां कल्पतरू पेड़ रहै
आरो रहै कामधेनू गाय
एक दिन आदमी ओकरो देख लेलकै
तहिये सें
नै ऊ कामधेनु गाय, नै ऊ गाछ छै।