काला धन हे नाम जेकर / सिलसिला / रणजीत दुधु
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार,
कि ओकर नाम बतावे में प्रधानमंतरी हथ लाचार।
अप्पन देश से लूट-लूट के धर आल माल विदेश,
यहाँ मउज उठा रहल हे बदल के अपन भेष
ऐसन हजम करे हे कि ले नया एगो ढेकार।
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार।
एतना होल घोटाला की शरमो अब लजा हे
परमान मिलला पर भी तनिको न´ सजा हे।
तइयो नय होवे इसतिफा देवेले तइयार,
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार।
कहाँ जाके साँस लिअय अब हवे होलय जहरीला
अस्सी बरस के बूढ़ा रंग हाथ पकड़ाल रंगीला
संतरी से लेके मंतरी तक हे एक्के नाव सवार
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार।
घूस कमीशन कालाबाजारी चकाचकी हे लूट तंत्र
अरबपति सभे लड़े चुनाव ऐसन हो गेल प्रजातंत्र
शिष्टाचार होल भरस्टाचार भरस्टाचार होल शिष्टाचार,
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार।
मुखिया जी चढ़ला बोलोरा सांसद जी उड़ला जहाज
जनता बेचारी चिचिहे कोय नय सुने आवाज
झूठ तंत्र के महिमा अखने हो गेलो अपरम्पार,
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार।
हिमालय से कन्याकुमारी तक मचलय कोहराम
पूरा सत्र तक संसद भी ले ले रहलय विश्राम
देश के दिशा देखयतय ईहे एकदिन अपन बिहार
काला धन हे नाम जेकर ऊ हे कतना बरियार।