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काले-काले भालू दादा / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
पहन लिया क्या नया लबादा,
काले-काले भालू दादा?
ठुमक-ठुमककर पाँव बढ़ाते
खूब झटककर लंबे बाल,
जरा हमें भी दिखला दो ना
लाला झुमकूमल की चाल।
फिल्मी अभिनय जब दिखलाते,
गर्दन कुछ मटकाते ज्यादा!
कभी-कभी टीचर बन जाते
खूब बड़ा सा लेकर डंडा,
हँसकर नमस्कार कर दो तो
सारा गुस होता ठंडा।
घेरे खड़े अभी तक बच्चे-
फिर आओगे, पक्का वादा?