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कितनी, कितना (छत पर प्रकाश) / शेल सिल्वरस्टीन / नीता पोरवाल
Kavita Kosh से
कितनी चोटें होंगी
पुरानी स्क्रीन पर?
निर्भर करता है
कि तुमने उसे
कितनी ज़ोर से बन्द किया
कितने निवाले बनेंगे
एक रोटी में?
निर्भर करता है
कि तुमने उसे
कितना पतला बनाया
कितना अच्छा गुज़रेगा
एक दिन?
निर्भर करता है
कि तुम उसे
कितनी अच्छी तरह जीते हो
कितना प्यार होगा
किसी मित्र के अन्दर?
निर्भर करता है
कि तुम उसे
देते कितना हो
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : नीता पोरवाल