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कितनी दूर चले / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
एक बग्गी के पहिए चार।
बैठा जिसमें राजकुमार।
पहियों का घेरा छह फुट।
बग्गी चलती खुट-खुट-खुट।
पहियों के सौ फेर लगे।
बोलो कितनी दूर चले।