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किधर तै आई दाई किधर ते आया नाई / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
किधर तै आई दाई किधर ते आया नाई
किधर तै आई नणंद बीजली
या तेरी मां की जाई
भीतर आजा मेरी नणंदी लगूंगी तेरे पाएं
के मांगेगी दाई माई के मांगेगा नाई
के मांगेगी नणंद बीजली
या तेरी मां की जाई
भीतर आजा...
पांच रपइए दाई मांगै सवा रपइया नाई
पच्चीस मांगे नणंद बीजली
या तेरी मां की जाई
भीतर आजा...
पांच रपइए दाई ने देद्यो सवा रपइया नाई
एक अठन्नी नणंद बीजली
या तेरी मां की जाई
भीतर आजा...