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किराए का कमरा / जू लिझी / तनुज
Kavita Kosh से
लगभग दस वर्ग मीटर का
यह तंग और गीला कमरा
साल भर कोई धूप नहीं ।
यहीं सोता हूँ,
खाता हूँ,
मल-मूत्र त्यागता हूँ,
खाँसता हूँ –
यहीं पर उठता है सिरदर्द…
यहीं होता हूँ बूढ़ा,
और बीमार पड़ता हूँ ।
हलकी पीली रोशनी के भीतर
स्तब्ध होकर ताकता रहता हूँ,
कुड़कुड़ाता हूँ हर वक़्त —
किसी चूतिये की तरह
नरमी से गाता हुआ,
कविता लिखता हुआ,
मैं धीरे-धीरे क़दम बढ़ाता हूंँ
कुछ दूर आगे,
फिर हट जाता हूँ पीछे…
हमेशा जब भी खोलता हूँ मैं
अपने कमरे की खिड़की
या इसका कमज़ोर दरवाज़ा,
मुझमें दिखता है
एक मुर्दा —
जो खोल रहा है धीरे-धीरे
अपने ताबूत का ढक्कन …
अँग्रेज़ी से अनुवाद : तनुज