भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

किससे बेहतर / सुस्मिता बसु मजूमदार 'अदा'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

क्यों इससे बेहतर?
क्यों उससे बेहतर?

कब तक बनेगा
किस किससे बेहतर?

तेरी मिसाल, तू खुद है जानम
बना ले खुद को, तू खुद से बेहतर।