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किस दिशा में जा रहा भागीरथी का देश / बलबीर सिंह 'रंग'
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किस दिशा में जा रहा भागीरथी का देश।
रत्न गर्भा उर्वरा निज खोजती आधार
तक्षकों के वंशजों का अमृत पर अधिकार
इंद्र के आक्रोश से हलधर हुए हैं मौन
कृष्ण बैठे द्वारिका गिरिराज धारे कौन
त्राहि त्राहि मचा रहा गोदावरी का देश।
किस दिशा में जा रहा भागीरथी का देश।
योजना का अर्थ मुद्रा तरु फले फूले
वस्तु मूल्यांकन भले ही व्योम को छू ले
राजपथ पर हो रहा है वाहनों का शोर
बढ़ रहे हैं युग के चरण पगडंडियों की ओर
मुक्ति पर्व मना रहा मंदाकिनी का देश।
किस दिशा में जा रहा भागीरथी का देश।
मोतियों के सिन्धु अंध उलूक मुख के ग्रास
मानसर के हंस करते निर्जला उपवास
शत्रु रचने जा रहा सीमान्त पर मतभेद
क्रांति मंत्र जगा रहा सतलज नदी का देश।
किस दिशा में जा रहा भागीरथी का देश।