भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
किस ने मुझ को सदा दी बता कौन है / बशीर बद्र
Kavita Kosh से
किस ने मुझको सदा दी बता कौन है
ऐ हवा तेरे घर में छुपा कौन है
बारिशों में किसी पेड़ को देखना
शाल ओढ़े हुए भीगता कौन है
मैं यहाँ धूप में तप रहा हूँ मगर
वो पसीने में डूबा हुआ कौन है
आसमानों को हमने बताया नहीं
डूबती शाम में डूबता कौन है
ख़ुश्बुओं में नहाई हुई शाख़ पर
फूल-सा मुस्कुराता हुआ कौन है
दिल को पत्थर हुए इक ज़माना हुआ
इस मकाँ में मगर बोलता कौन है
तुम भी मजबूर हो हम भी मजबूर हैं
बेवफ़ा कौन है बावफ़ा कौन है