भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कुकर की सीटी / अनुभूति गुप्ता

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कुकर की है सीटी ऐसी,
बिल्कुल छुक-छुक गाड़ी जैसी।
बच्चे डर से सहमे जाते,
सीटी की ध्वनि से वो हैं घबराते।