भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कुछ देर बाद आग तो कमजोर पड़ गयी / सर्वत एम जमाल
Kavita Kosh से
कुछ देर बाद आग तो कमज़ोर पड़ गयी
लेकिन किसी के वास्ते दुनिया उजड़ गयी
मंहगू उधेड़बुन में है, रोये कि खुश रहे
बेटी ज़मींदार की आंखों में गड़ गयी
यह हादसा नया तो नहीं था, न जाने क्यों
इस बार नीच कौम हवेली पे अड़ गयी
हालाँकि लोग झुक के क़दम चूम लेते हैं
मैंने भी करना चाहा था, गर्दन अकड़ गयी
मन्दिर में आरती के समय खून हो गया
शायद किसी अछूत से थाली रगड़ गयी