Last modified on 9 अक्टूबर 2018, at 10:29

कुछ न कुछ तो ज़रूर होना है / वाजिदा तबस्सुम

कुछ न कुछ तो ज़रूर होना है,
सामना आज उनसे होना है

तोड़ो, फेंकों, रखो, करो कुछ भी,
दिल हमारा है, क्या खिलौना है

ज़िंदगी और मौत का मतलब,
तुमको पाना है, तुमको खोना है

इतना डरना भी क्या है दुनिया से,
जो भी होना है सो तो होना है

उठ के महफ़िल से मत चले जाना,
तुमसे रोशन ये कोना-कोना है