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कुछ लोग जो प्रभु के चरण अनुरागते बिल्कुल नहीं / रंजना वर्मा
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कुछ लोग जो प्रभु के चरण अनुरागते बिल्कुल नहीं ।
पर जिंदगी के युद्ध से भी भागते बिल्कुल नहीं।।
माँ बाप देकर स्नेह ममता पालते संतान को
देते सदा अनुराग पोषण मांगते बिल्कुल नहीं।।
गाढ़ा रहा है रक्त हरदम बह रही जलधार से
स्वार्थान्ध इस संबंध को पर मानते बिल्कुल नहीं।।
जिसको नहीं कुछ कामना संसार के सहयोग की
सर्वस्व करते दान किंतु बखानते बिल्कुल नहीं।।
निज आचरण हैं मान लेते लोग कुछ सत्कर्म को
सत्कर्म का प्रतिदान लेकिन चाहते बिल्कुल नहीं।।
पर दुःख कातरता सदा प्रेरित जिन्हें करती रही
उनके हृदय को कर्मबंधन बांधते बिल्कुल नहीं।।
आँसू किसी के पोंछ दो समझो कि जीवन जी लिया
है शुद्ध मन दुष्कर्म-पथ पर डालते बिल्कुल नहीं।।