गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 10 अक्टूबर 2019, at 22:30
कुछ शे’र / नौ बहार साबिर
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
नौ बहार साबिर
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
1.
ख़ुश्क पत्ता ही सही, रौन्द के आगे ना बढ़ो,
मैं गई रुत की निशानी हूँ, उठालो मुझको ।
2.