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कुल ही सरि कै खाद होइ गये / सन्नी गुप्ता 'मदन'

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छोट छोट लड़के गउवा कै
यक वारिस बरबाद होइ गये।
बड़ा सहेजे रहे यनहन का
परि कुल सरि कै खाद होइ गए।
मुन्नी का बदनाम करत है
खलनायक कै रोल निभावै।
आँखी मा लगाय कै चश्मा
अपने मन कै गाना गावै।
धीरे-धीरे यहू अधिकतर नालायक औलाद होइ गए
छोट छोट लड़के गउवा कै कुल ससुरै बरबाद होइ गए।
हाय हलो गउवै मा नाधे
माई दादक नाय डेराते।
जोड़ि-जोड़ि कै पइसा-पइसा
यै कमलक पसन्द कै खाते।
अंग्रेजी मीडियम खुला बा
यहमा जानी काव पढ़ावै।
हमका तो लागत बा खाली
टाई बेल्ट सूट पहिरावै।
कबहु नाइ सुधरै वाले स्कूलै वहि कै दाद होइ गए।
छोट छोट लड़के गउवा कै यक वारिस बरबाद होइ गये।
माटी छूवत थर-थर कांपै
काम कहेप अंग्रेजी बोलै।
माई-दादा समझ न पावै
अपने मन कै झलुवा झूलै।
सोच-सोच चिंता बाढ़त बा
अब के यनकै पार लगाई।
हाल अगर जल्दी न सुधरा
धन के साथ धर्मवो जाई।
बिना बेरेक के गाड़ी जइसे कुल कै कुल आज़ाद होइ गए।
छोट-छोट लड़के गउवा कै यक वारिस बरबाद होइ गये।