कुहरे में सोए हैं पेड़
पत्ता-पत्ता नम है
यह सबूत क्या कम है
लगता है
लिपटकर टहनियों से
बहुत-बहुत
रोए हैं पेड़ ।
जंगल का घर छूटा
कुछ-कुछ भीतर टूटा
शहरों में
बेघर होकर जीते
सपनों में खोए हैं पेड़ ।
कुहरे में सोए हैं पेड़
पत्ता-पत्ता नम है
यह सबूत क्या कम है
लगता है
लिपटकर टहनियों से
बहुत-बहुत
रोए हैं पेड़ ।
जंगल का घर छूटा
कुछ-कुछ भीतर टूटा
शहरों में
बेघर होकर जीते
सपनों में खोए हैं पेड़ ।