भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कैसे हँसूँ? / आरती प्रभु / निवेदिता भट्टे एवं हर्षद भट्टे

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कैसे हँसूँ?
हँसने का मन है
दीवाने सी मस्त हँसी
थपकी देते-देते
दीपक फुँकता जा रहा है
हँसूँ कैसे?
कहाँ और कब?
कैसे और किसके साथ?
मासूम कलियाँ भी
आँसुओं में भीगी हैं।

मूल मराठी से हिन्दी में अनुवाद-- निवेदिता भट्टे एवं हर्षद भट्टे
English Translation

How to laugh?
I want to laugh
Live with a crazy laugh
With a pat
The lamp is burning out
How to laugh?
Where and when?
How, and with whom?
(When) Innocent buds here
Are covered with tears

मूल मराठी से अँग्रेज़ी में अनुवाद -- निवेदिता भट्टे एवं हर्षद भट्टे
लीजिए, अब मूल मराठी में यही कविता पढ़िए

कसे कसे हसायाचे
हसायाचे आहे मला
हासतच वेड्या जीवा
थोपटीत थोपटीत
फुंकायाचा आहे दिवा
कसे कसे हसायाचे
कुठे? कुठे आणि केव्हा?
कसे आणि कुणापास?
इथे भोळया कळयांनाही
आसवांचा येतो वास