तो तुम वहाँ हो, फिर से पूरी रात रोने से थकी
सोफ़े पर सिकुड़ी, फ़र्श पर, पलंग के पाये से लिपटी
जहाँ कहीं भी गिरती, रोती हुई ढह पड़ती, अविश्वास से भरी कि
शरीर की सीमा कहाँ तक हो सकती है,
यह महसूस करते कि तुम और नहीं रो सकती
और वहाँ हैं वे, उसकी जुराबें, कमीज़ें,
तुम्हारे अन्तर्वस्त्र, गर्म दस्ताने, सारे एक ढेर में, ग़ुसलखाने के दरवाज़े के क़रीब और तुम फिर से ढह पड़ती हुई
किसी दिन, वर्षों बाद, चीज़ें अलग होंगी
घर फिर से साफ़, चीज़ें अपनी जगह
खिड़कियाँ चमकती हुई, सूरज की रौशनी
लकड़ी के फ़र्श के मोम की झीनी परत पर आसानी से फिसलती हुई और तुम, सन्तरे छीलती पड़ोस के छत की मुण्डेर पर बैठे उस पंछी को अपनी उड़ान से ठीक पहले
पंख फड़फड़ाते, अपनी पूरी शक्ति संचित करते,
धीरे धीरे ऊँचा उठते, फिर हवा के फन्दे में,
उड़ता देखोगी
तुम पढ़ रही होगी, और एक क्षण के लिए एक शब्द पर ठहरोगी
जिसे तुम नहीं पहचानती, कोई सरल सा शब्द जैसे — तश्तरी, दरवाज़ा या झाड़ू, और इसपर ग़ौर करते, उस बच्चे की तरह, जिसने अभी अभी नई ज़ुबान सीखी है, तुम कहोगी — तश्तरी, बार बार, तबतक, जबतक इसके अर्थ
तुम्हारे भीतर न खुलने लगें
और तब, तुम पहली बार, कहोगी,
ऊँची आवाज में — 'वह अब मृत है,
वह वापस नहीं आ रहा'
और तब पहली बार
तुम इसपर विश्वास करोगी
अँग्रेज़ी से अनुवाद : रंजना मिश्र
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लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Dorianne Laux
How It Will Happen, When
There you are, exhausted from a night of crying, curled up on the couch,
the floor, at the foot of the bed, anywhere you fall you fall down crying,
half amazed at what the body is capable of, not believing you can cry
anymore. And there they are, his socks, his shirt, your underwear
and your winter gloves, all in a loose pile next to the bathroom door,
and you fall down again. Someday, years from now, things will be
different, the house clean for once, everything in its place, windows
shining, sun coming in easily now, sliding across the high shine of wax
on the wood floor. You’ll be peeling an orange or watching a bird
spring from the edge of the rooftop next door, noticing how,
for an instant, its body is stopped on the air, only a moment before
gathering the will to fly into the ruff at its wings and then doing it:
flying. You’ll be reading, and for a moment there will be a word
you don’t understand, a simple word like now or what or is
and you’ll ponder over it like a child discovering language.
Is you’ll say over and over until it begins to make sense, and that’s
when you’ll say it, for the first time, out loud: He’s dead. He’s not
coming back. And it will be the first time you believe it.