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कोई है / केदारनाथ अग्रवाल

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कोई है
जो मुझसे दूर गल रहा है
बर्फ की तरह
नदी बनकर
मुझसे मिलने के लिए
प्रमाण के बाद
समय के सिंधु से

रचनाकाल: १७-०३-१९६८