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कोका कोला मिलेगा दो-दो तोला मिलेगा / हिन्दी लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कोका कोला मिलेगा दो-दो तोला मिलेगा
बन्ने की बारात में

मैंने कहा था बन्ने तुम बाबा मत लाना
तुम ताऊ मत लाना, हमारी मुलाकात में
तुमने एक ना मानी, तुम बाबा संग आऐ
तुम ताऊ संग आऐ, हमारी मुलाकात में

फेरे तो ना लूंगी तेरे साथ में
मैनें कहा था बन्ने तुम अकेले ही आना
हमारी मुलाकात में

कोका कोला मिलेगा दो-दो तोला मिलेगा
बन्ने की बारात में

मैंने कहा था बन्ने तुम पापा मत लाना
तुम चाचा मत लाना, हमारी मुलाकात में
तुमने एक ना मानी, तुम पापा संग आऐ
तुम चाचा संग आऐ, हमारी मुलाकात में

फेरे तो ना लूंगी तेरे साथ में
मैनें कहा था बन्ने तुम अकेले ही आना
हमारी मुलाकात में


कोका कोला मिलेगा दो-दो तोला मिलेगा
बन्ने की बारात में

मैंने कहा था बन्ने तुम मामा मत लाना
तुम फूफा मत लाना, हमारी मुलाकात में
तुमने एक ना मानी, तुम मामा संग आऐ
तुम फूफा संग आऐ, हमारी मुलाकात में

फेरे तो ना लूंगी तेरे साथ में
मैनें कहा था बन्ने तुम अकेले ही आना
हमारी मुलाकात में

कोका कोला मिलेगा दो-दो तोला मिलेगा
बन्ने की बारात में

मैंने कहा था बन्ने तुम यार मत लाना
तुम दोस्त मत लाना, हमारी मुलाकात में
तुम मेरी ही मानी, तुम अकेले ही आये
हमारी मुलाकात में
फेरे तो मैं लूंगी तेरे साथ में।

कोका कोला मिलेगा दो-दो तोला मिलेगा
बन्ने की बारात में