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कोन जल पटेबॅ मालिन, बेली-चमेली / अंगिका लोकगीत
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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कोन जल पटेबॅ मालिन, बेली-चमेली
मालिन कोन जल पटेबॅ अड़हुल फूल
नदी जल पटैबै हे बरतिन, बेली-चमेली
बरतिन गंगाजल पटैबै अड़हुल फूल
कोन सुत गूँथबोॅ मालिन, बेली-चमेली
मालिन कोन सुत गूंथबा अड़हुल फूल
तप सुत गुँथबै हे बरतिया बेली-चमेली
बरतिन पुष्प सुत गुथबै अड़हुल फूल
किनका पहिरैबोॅ हे मालिन बेली-चमेली
मालिन किनका पहिरैबोॅ अड़हुल फूल
सूर्य के पहिरैबै गे बरतिन बेली-चमेली
बरतिन दीनानाथ पहिरयबनि अड़हुल फूल।